प्यार की दूसरी सुबह: एक नवविवाहित जोड़े की अनकही कहानी

 "यह एक नवविवाहित जोड़े की रोमांटिक हिंदी कहानी है, जिसमें प्यार, समझ और रिश्तों की गर्माहट को सुंदरता से दर्शाया गया है। पढ़ें एक भावनात्मक और सेंसुअल सफर जो दिल को छू जाए।"


❤️ कहानी शुरू होती है...

भाग 1: पहली बारिश की वो रात

शादी को अभी सिर्फ़ छह महीने हुए थे। अदिति और विराज दोनों एक-दूसरे को समझने की कोशिश में लगे थे। कॉलेज की दोस्ती से शादी का सफर तो खुबसूरत था, लेकिन असली ज़िंदगी अब शुरू हो रही थी — जहाँ सिर्फ़ मुस्कान नहीं, ज़िम्मेदारियाँ भी साथ थीं।

विराज एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था, और अदिति एक स्कूल में टीचर थी। रोज़ की भागदौड़ में दोनों के बीच वक़्त कम हो गया था। लेकिन उस दिन कुछ अलग था।

बारिश की पहली बूंदें जैसे ही उनकी खिड़की पर गिरीं, अदिति ने हल्की मुस्कान के साथ कहा —
"याद है कॉलेज के दिनों में, पहली बारिश में तुमने मेरे लिए भीगते हुए समोसे लाए थे?"

विराज ने हँसते हुए कहा,
"अब लाऊँ? लेकिन इस बार... भीगने का मन नहीं है, तुम्हें अपने साथ रखने का मन है।"

उसने अदिति का हाथ थाम लिया। ये छूना सिर्फ़ शारीरिक नहीं था — इसमें एक अपनापन था, एक वादा था कि चाहे ज़िंदगी कितनी भी व्यस्त हो, यह रिश्ता हर दिन नया होगा।

अदिति blush कर गई। कमरे की रौशनी धीमी थी, खिड़की से आती ठंडी हवा और बारिश की खुशबू ने माहौल को और रोमांटिक बना दिया था।

"तुम्हारे पास बैठूं?" विराज ने पूछा।
"बैठो नहीं... आज ज़रा करीब आ जाओ," अदिति ने हल्की आवाज़ में कहा।

उनके बीच कोई जल्दबाज़ी नहीं थी। हर पल एक कहानी बन रहा था — नज़रों से शुरू हुई वो बातचीत, हाथों का मिलना, और फिर दिलों का एक होना।


✨ कहानी का उद्देश्य:

इस कहानी में कोई अश्लीलता नहीं है, लेकिन रोमांस, अंतरंगता और भावनात्मक गहराई है — जिसे हर शादीशुदा जोड़ा महसूस कर सकता है। यह लेख सेंसुअल है, लेकिन गरिमापूर्ण। ऐसी कहानीें न केवल पाठकों को जोड़ती हैं, बल्कि रिश्तों की गहराई को भी उजागर करती हैं।


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