माँ तेरी ममता का आँचल"

 

       "माँ तेरी ममता का आँचल"

माँ तेरी ममता का आँचल,
छांव है हर दुख की हलचल।
तेरे बिना अधूरी है ये ज़िन्दगी,
तू ही तो है सच्ची बंदगी।


तेरे हाथों का खाना जैसे वरदान,
तेरी गोद सुकून का सबसे प्यारा स्थान।
हर दर्द पे तेरी दवा सी मुस्कान,
तेरे बिना सूना है हर एक जहान।
जब गिरा मैं, तूने उठाया,


हर ठोकर पे प्यार जताया।
तेरे आशीर्वाद में वो ताकत है,
जो हार को भी जीत में बदल दे।
तूने सपनों को पंख दिए,


संघर्षों में हिम्मत के रंग दिए।
तेरी आँखों में मैंने खुद को पहचाना,
माँ, तेरा हर लम्हा है एक खजाना।
माँ, तुझसे प्यारा इस जग में क्या है?


तेरे बिना ये जीवन अधूरा सा है।
माँ, तुझे नमन इस खास दिवस पर,
तेरे बिना सब है पर सब कुछ नहीं।
माँ, तुझे प्रणाम।


कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.